रात्रि विश्राम के लिए शेड
शनिवार एवं पर्व के दिवसों में श्रद्वालुओं के रात्रि विश्राम के लिए अभी बहुत ही सीमित व्यवस्थाएं हैं। विशेष तौर पर शनिचरी अमावस्या की पहली रात्रि को श्रद्वालुगण रात में आकर विश्रााम करते हैं और शनिवार को ब्रहृम महुर्त में दर्शन करते हैं। वर्षा एवं शीत ऋतु में खुले जंगल में समस्या और भी बढ जाती है विकास योजना के अंतर्गत शनिचरा रेल्वे स्टेशन से मंदिर तक मार्ग में शासकीय एवं निजी जमीन पर थोडी -थोडी दूर पर 5000 से 10000 वर्गफीट के शेड बनाने की योजना है। जिससे श्रद्वालु रात्रि में विश्राम कर सकें। भक्त गण अपने परिजनों एवं अपने व्यवसायिक संगठनों के नाम से भी उक्त शेड का निर्माण करा सकते हैं।