- 1. प्रति शनिवार हनुमानजी को चमेली का तेल व सिंदूर चोला चढ़ाएं।
- 2. हनुमानजी के मंदिर में आटे के चार दीपक और तिल्ली के तेल द्वारा आरती पूजन करें।
- 3. शनिवार को शनि का तिल्ली के तेल से अभिषेक करें।
- 4. मंगलवार-शनिवार सुंदरकांड का पाठ, रामनाम जाप, महामृत्युंजय जाप एवं भिखारी को काली वस्तु दान करें।
- 5. ॐ शं शनैश्चराय नमः मंत्र की एक माला नित्य जप ।
- 6. पीपल वृक्ष का पूजन करें एवं पुष्य नक्षत्र पर पीपल वृक्ष की दूध द्वारा पूजन करें ।